सपने का मेल ---
एक काला कौवा
छीन कर ले गया निवाला
उस बच्चे के हाथ से,
जो दो दिन से था भूखा|
जिस निवाले को पाने की खातिर
माँ से भी रूठा था,
भाई से लड़ा था,
भीख मांगी थी,सड़क पर भी पड़ा था |
कौवे के छीनने से निवाला
बच्चे को
जरा भी गुस्सा नहीं आया,
वह अपनी भूख भी भूल गया
बस कौवे को देखने में मशगूल रहा|
उसे अच्छा लगा
कौवे का छीनना निवाला
फिर दीवार पर बैठकर खाना
उसके लिए यह एक खेल था
शायद उसके सपने का मेल था |
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
एक काला कौवा
छीन कर ले गया निवाला
उस बच्चे के हाथ से,
जो दो दिन से था भूखा|
जिस निवाले को पाने की खातिर
माँ से भी रूठा था,
भाई से लड़ा था,
भीख मांगी थी,सड़क पर भी पड़ा था |
कौवे के छीनने से निवाला
बच्चे को
जरा भी गुस्सा नहीं आया,
वह अपनी भूख भी भूल गया
बस कौवे को देखने में मशगूल रहा|
उसे अच्छा लगा
कौवे का छीनना निवाला
फिर दीवार पर बैठकर खाना
उसके लिए यह एक खेल था
शायद उसके सपने का मेल था |
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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