कमरे के बाहर का मंजर----
महकते फूल और सरसराती हवा,
कमरे के अन्दर का नजारा----
खिलखिलाती तुम और हँसता हुआ चेहरा |
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
महकते फूल और सरसराती हवा,
कमरे के अन्दर का नजारा----
खिलखिलाती तुम और हँसता हुआ चेहरा |
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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