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Thursday, November 22, 2012

kamare ke baahar ka manjar

कमरे के बाहर का मंजर----
महकते फूल और सरसराती हवा,
कमरे के अन्दर का नजारा----
खिलखिलाती तुम और हँसता हुआ चेहरा |
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800

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