Pages

Followers

Thursday, December 6, 2012

कबूल किया दिल से खुदाई को खुदा की ,
इश्क भी फ़रमाया मान कर रज़ा खुदा की |
करते हैं इंसानियत का क़त्ल ज़माने में ,
कैसे मैं मान लूँ उसमें भी है मर्ज़ी खुदा की ?
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800

No comments:

Post a Comment