भ्रम
यह भी एक भ्रम है कि भ्रम रहित हो गया हूँ,
प्यार का दरिया था,खारा समंदर हो गया हूँ ।
आते हैं अक्सर आंसू गैरों का दर्द देखकर,
फिर क्यों लगता है मुझे,मैं बेदर्द हो गया हूँ ?
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
यह भी एक भ्रम है कि भ्रम रहित हो गया हूँ,
प्यार का दरिया था,खारा समंदर हो गया हूँ ।
आते हैं अक्सर आंसू गैरों का दर्द देखकर,
फिर क्यों लगता है मुझे,मैं बेदर्द हो गया हूँ ?
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
nice
ReplyDeleteumda...
ReplyDeleteshukaria ravikar ji, suresh ji
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