उन दरख्तों के वुजूद पे ऐतराज न कर ,
जो अपनी छावं में सोने नही देते हैं ।
देते हैं घर वही दरख़्त ,हजारों परिंदों को ,
उनकी ही लकड़ी से ,इंधन का काम लेते हैं ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
जो अपनी छावं में सोने नही देते हैं ।
देते हैं घर वही दरख़्त ,हजारों परिंदों को ,
उनकी ही लकड़ी से ,इंधन का काम लेते हैं ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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