दुनिया से डरने वाले , कब प्यार करते हैं ,
कशमकस में रहने वाले जीते ना मरते हैं ।
जो लोग सोचते रहते,दो राहे पर खड़े होकर ,
मंजिलों के सरताज ,कभी बना नहीं करते हैं ।
बढाई थी धड़कनें जिसने तेरे दिल की ,
आज भी तेरी हाँ का इंतज़ार करते हैं ।
कहती हो किनारा कर गए ,तुमको छोड़कर,
मिली थी जहां पहली बार ,वो वहीँ खड़े दिखते हैं ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
कशमकस में रहने वाले जीते ना मरते हैं ।
जो लोग सोचते रहते,दो राहे पर खड़े होकर ,
मंजिलों के सरताज ,कभी बना नहीं करते हैं ।
बढाई थी धड़कनें जिसने तेरे दिल की ,
आज भी तेरी हाँ का इंतज़ार करते हैं ।
कहती हो किनारा कर गए ,तुमको छोड़कर,
मिली थी जहां पहली बार ,वो वहीँ खड़े दिखते हैं ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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