संतोष ....
नीर को धीर कहाँ,चीर संग चाहिए,
मन भी अधीर यहाँ ,ज्ञानी संग चाहिए ।
जीवन की नैया ,बीच मझधार है ,
किसी खिवैया का,संग साथ चाहिए ।
संतोष का जाप कर ,अधीरता मिटाइए ,
अहंकार को दूर भगा ,विनम्रता अपनाइये ।
राम नाम सबसे बड़ा ,उसी को गाइये ,
सारे संकटों को छोड़, पार उतर जाइये ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
नीर को धीर कहाँ,चीर संग चाहिए,
मन भी अधीर यहाँ ,ज्ञानी संग चाहिए ।
जीवन की नैया ,बीच मझधार है ,
किसी खिवैया का,संग साथ चाहिए ।
संतोष का जाप कर ,अधीरता मिटाइए ,
अहंकार को दूर भगा ,विनम्रता अपनाइये ।
राम नाम सबसे बड़ा ,उसी को गाइये ,
सारे संकटों को छोड़, पार उतर जाइये ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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