बड़ी बात है ...
वक़्त को आईना दिखाना ,बड़ी बात है,
सच को सच बताना ,बहुत बड़ी बात है ।
झूठ को सच कहते हैं ,लालच के कारण,
झूठ को बेनकाब करना ,बड़ी बात है ।
स्वार्थों की हद में बनाते बिगड़ते रिश्ते ,
निस्वार्थ भाव जीना आज ,बड़ी बात है ।
बनते हैं सम्बन्ध अब अर्थ की नीवं पर ,
गरीबों से रिश्ते निभाना ,बड़ी बात है ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
वक़्त को आईना दिखाना ,बड़ी बात है,
सच को सच बताना ,बहुत बड़ी बात है ।
झूठ को सच कहते हैं ,लालच के कारण,
झूठ को बेनकाब करना ,बड़ी बात है ।
स्वार्थों की हद में बनाते बिगड़ते रिश्ते ,
निस्वार्थ भाव जीना आज ,बड़ी बात है ।
बनते हैं सम्बन्ध अब अर्थ की नीवं पर ,
गरीबों से रिश्ते निभाना ,बड़ी बात है ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
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