इश्क की नाकामियों का दोष लबों को ना दो,
आज भी गुनगुनाते हैं ये दर्दीले गाने ।
आंसू नहीं देते सहारा ,दर्द के दिनों में ,
छोड़ जाते हैं ,हमदर्दी जताने के बहाने ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
आज भी गुनगुनाते हैं ये दर्दीले गाने ।
आंसू नहीं देते सहारा ,दर्द के दिनों में ,
छोड़ जाते हैं ,हमदर्दी जताने के बहाने ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
No comments:
Post a Comment