किसने कहा की हम तुम्हे भूल गए हैं ,
दिल,धड़कन और दिमाग से दूर किये हैं ?
तुम्हारी ख़ुशी की खातिर चुपचाप रहते हैं ,
तन्हाई में तुम्हे याद कर रोया करते हैं ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
दिल,धड़कन और दिमाग से दूर किये हैं ?
तुम्हारी ख़ुशी की खातिर चुपचाप रहते हैं ,
तन्हाई में तुम्हे याद कर रोया करते हैं ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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