आज के हालात में बस यह ही बना रहे ,
ख़ुशी और गम घर में इकट्ठा रहा करे ।
बुजुर्गों का साया सदा सर पर बना रहे,
रसोई अलग हो पर भाई चारा बना रहे ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
ख़ुशी और गम घर में इकट्ठा रहा करे ।
बुजुर्गों का साया सदा सर पर बना रहे,
रसोई अलग हो पर भाई चारा बना रहे ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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