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Sunday, July 14, 2013

vo apne hunar me

वो अपने हुनर में माहिर हैं हम उनकी कदर करते हैं ,
जानते हैं हमें लूटेंगे ,जाने क्यूँ फिर भी यकीं करते हैं ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन

4 comments:

  1. ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन बेचारा रुपया - ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !

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  2. सुन्दर रचना।।

    कृपया एक बार मेरे इन चिठ्ठों पर भी नज़र डाले :-

    प्रचार
    ज्ञान - संसार
    गौरेया
    समाचार NEWS

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  3. वाह....
    क्या खूबसूरत ख़याल है..

    अनु

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  4. वो अपने हुनर में माहिर हैं हम उनकी कदर करते हैं ,
    जानते हैं हमें लूटेंगे ,जाने क्यूँ फिर भी यकीं करते हैं ।




    बेहतरीन .आभार.

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