अपने चेहरे के भाव छिपाना हुनर है ,
गम सहकर भी मुस्कराना हुनर है ।
अपनी मर्जी से सभी जीते हैं यहाँ ,
उनकी मर्जी से जिए जाना हुनर है ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
गम सहकर भी मुस्कराना हुनर है ।
अपनी मर्जी से सभी जीते हैं यहाँ ,
उनकी मर्जी से जिए जाना हुनर है ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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