किसकी औकात है ,मुझसे हंसी छीन ले ,
मेरी राह के हमसफ़र , वो कांटे बीन ले ।
मैंने हंसी का जरिया , गम को बनाया है ,
गम के दरिया से , कोई दर्द को छीन ले ?
डॉ अ कीर्तिवर्धन
मेरी राह के हमसफ़र , वो कांटे बीन ले ।
मैंने हंसी का जरिया , गम को बनाया है ,
गम के दरिया से , कोई दर्द को छीन ले ?
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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