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Saturday, September 14, 2013

e mohabbat mujhe yakin hai tujh par

ऐ मोहब्बत मुझे यकीं है तुझ पर , मगर ,
नफ़रत को कैसे ठुकरा दूँ , तू ही बता ,
नफ़रत ही बनी थी प्यार की पहली सीढ़ी ,
कैसे बेवफा बन जाऊं , तू ही बता ।

डॉ अ कीर्तिवर्धन 

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