टूट कर भी , किसी के काम में आ जाऊंगा ,
मैं पत्ता हूँ , गल गया तो खाद बन जाऊंगा ।
हो सके तो मुझको जलाना , ईंधन के वास्ते ,
किसी के काम आ सका , ख़ुशी से जल जाऊंगा ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
मैं पत्ता हूँ , गल गया तो खाद बन जाऊंगा ।
हो सके तो मुझको जलाना , ईंधन के वास्ते ,
किसी के काम आ सका , ख़ुशी से जल जाऊंगा ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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