Pages

Followers

Monday, October 21, 2013

ham pattharon ke shahar me bhi

हम पत्थरों के शहर में भी , नया इतिहास रचाते हैं ,
किसी पत्थर को बुत , किसी को भगवान बनाते हैं ।
हमें भरोसा है खुद की वफ़ा ऐ मोहब्बत पर ,
हम बेवफा के दिल में भी ,वफ़ा का एहसास जगाते हैं ।

डॉ अ कीर्तिवर्धन

No comments:

Post a Comment