जाहिल थे इल्म से, मगर हया वाले थे,
तालीमयाफ्ता होकर, बेहया हो गए ।
झुकती थी पलकें अदब से, बड़ों के सामने,
तरक्की के दौर में, सब बेपर्दा हो गए ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
तालीमयाफ्ता होकर, बेहया हो गए ।
झुकती थी पलकें अदब से, बड़ों के सामने,
तरक्की के दौर में, सब बेपर्दा हो गए ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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