Pages

Followers

Friday, February 14, 2014

muktak billi ke bhagya se chhinkaa

आप पार्टी ------

बिल्ली के भाग्य से छींका टूटा था,
बिल्ली को, तोड़ने का भ्रम झूठा था।
देखकर मालकिन के हाथ में डंडा,
कहने लगी बिल्ली, भाग्य फूटा था।

डॉ अ कीर्तिवर्धन

No comments:

Post a Comment