वर्त्तमान दौर का सच-------
गैर के जनाजे को बस दूर से बन्दगी होती है,
अपनो के जनाजे में सिरकत करनी होती है।
सच है कि फर्क नहीं पड़ता किसी के जाने से यहाँ,
जनाजे में शामिल होना, रस्म अदायगी होती है।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
गैर के जनाजे को बस दूर से बन्दगी होती है,
अपनो के जनाजे में सिरकत करनी होती है।
सच है कि फर्क नहीं पड़ता किसी के जाने से यहाँ,
जनाजे में शामिल होना, रस्म अदायगी होती है।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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