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Saturday, February 1, 2014

muktak-rang badalati jindagi, khwaab..mohabbat

रंग बदलती जिन्दगी को, सतरंगी कर दो,
ख़्वाबों में पलते प्यार को, हकीकत कर दो।
कर दो इज़हार प्यार का, अपने प्यार से,
मोहब्बत सिर्फ चाहत न रहे,इबादत कर दो।

डॉ अ कीर्तिवर्धन

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