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Thursday, February 20, 2014

muskarahaten

सर्दियों की भीषणता से
मुक्ति दिलाती
धुप का अहसास
लगभग
दो माह बाद देखकर
मैंने भी डाल दी
अपनी मुस्कराहटें
धुप में
सुखाने के लिए।

मुस्कराहटें
जो सिकुड़ गयी थी
सर्दी में
मुड़े-तुड़े ,सिकुड़े हुए
सडकों पर जहाँ-तहाँ लेटे
गरीबों को देखकर।

मुस्कराहटें
आज
तेज धुप का अहसास पाकर
रोमांचित थी
और प्रफुल्लित भी
अगले नौ-दस माह तक
नमी-सीलन से
मुक्ति की कल्पना से।



डॉ अ कीर्तिवर्धन

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