देश की बात है
न हिन्दू की बात है , न मुसलमान की बात है ,
सीमा की सुरक्षा पर खतरा ,यह देश की बात है ।
कटते रहे ,मरते रहे , वीर सैनिक सरहद पर ,
नेताओं की बयानबाजी , कुर्सी की बात है ।
भर्ती नहीं सेनाओं में , किसी नेता का बेटा ,
भेजती जो माँ लाल को , जज्बात की बात है ।
,स्वार्थी लुच्चे , कमीने , जब से बन गए नेता ,
देश की सुरक्षा में भी समझौता ,स्वार्थों की बात है ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
लाजवाब रचना। सादर।।
ReplyDeleteनई कड़ियाँ : 25 साल का हुआ वर्ल्ड वाइड वेब (WWW)