Pages

Followers

Thursday, May 22, 2014

muktak-apani nakamiyon ka iljam ham par na lagao

अपनी नाकामियों का इल्जाम, हम पर ना लगाओ,
यूँ ही कोई बेवफा नहीं होता, इतनी बात जान जाओ।
आज भी तुमसे मोहब्बत करते हैं, खुद से ज्यादा,
तुम खुश रहो, मेरी बेवफाई का सबब जान जाओ।


डॉ अ कीर्तिवर्धन

No comments:

Post a Comment