आज कांग्रेस के कुछ मित्रों ने केन्द्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी की शिक्षा को लेकर कुछ अभद्र टिप्पणी की, उन महानुभाव को समर्पित
कुछ पंक्तियाँ --------
डिग्री लेकर कह रहे, जो स्वयं को होशियार,
इतना भी जाने नहीं, क्या होता व्यवहार ?
पढ़े लिखे तो बहुत हैं, इस दुनिया में लोग,
गुणवान मिलते कहाँ? ढूँढें ज्ञानी लोग।
धर्म-संस्कृति का सार क्या, जाने ना नादान,
अंग्रेजी में बात कर, जो प्रकट करें अभिमान।
उठा रहे थे ऊँगलियाँ, वो दूजे घर की ओर,
उँगलियाँ उठने लगी, निज दामाद की ओर।
राहुल जी की डिग्रियां, किस विद्यालय की शान,
सोनिया जी कितनी पढ़ी, चलो करे अनुसन्धान।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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