एक झूठ को सौ बार बोलिए, सच हो जाएगा,
अफवाहें फैलाइये, कुछ को तो भ्रम हो जाएगा।
उठेगा झूठ से पर्दा एक दिन, यह तो सच है,
तब तक सच सरे राह, बदनाम हो जाएगा।
यही सोचकर वो अफवाहें फैला रहे हैं,
घर बैठे देश की जनता को लाडवा रहे हैं।
इस बार मुल्क की सियासत में एक शेर आया,
सारे गीदड़ माँद में छुपते नजर आ रहे हैं।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
अफवाहें फैलाइये, कुछ को तो भ्रम हो जाएगा।
उठेगा झूठ से पर्दा एक दिन, यह तो सच है,
तब तक सच सरे राह, बदनाम हो जाएगा।
यही सोचकर वो अफवाहें फैला रहे हैं,
घर बैठे देश की जनता को लाडवा रहे हैं।
इस बार मुल्क की सियासत में एक शेर आया,
सारे गीदड़ माँद में छुपते नजर आ रहे हैं।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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