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Thursday, July 17, 2014

muktak-sunkar kasht pita ka beti dahal jaati hai

सुनकर कष्ट पिता का, बेटी दहल जाती है,
अपने भाई और भाभी को, लताड़ लगाती है।
दर्द का अहसास उसे, तब क्यों नहीं होता,
बूढ़े सास-ससुर को वह, घर से निकालती है।


डॉ अ कीर्तिवर्धन

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