भारतीयों की एकता
दुनिया में बिखरी पड़ी, जाति-धर्म की अनेकता,
एक होकर बन गयी, भारतीयों की एकता।
अनेक रंग- अलग ढंग, फूल भाँति-भाँति के,
पुष्प गुच्छ बन गया, बस खुशबु बिखेरता।
हिन्दू, मुश्लिम,सिख, ईसाई, जाने कितने धर्म हैं,
मानवता का गुण सबमे, हमारी है विशेषता।
भू, गगन, वायु, अग्नि, नीर से भगवान बना,
प्रकृति के रूप में, सृष्टि को सहेजता।
छोड़कर भेद-भाव मंदिर, मस्जिद-चर्च के,
अनेकता में एकता, विश्व हममे देखता।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
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