खामोशियों के दरम्यां, रिश्ते समझाए नहीं जाते,
अन्जान मुसाफिरों से, रिश्ते बनाये नहीं जाते।
यूँ तो सुंदर लगते हैं, नागफनी के फूल भी,
नागफनी के फूल भगवान पर, चढ़ाये नहीं जाते।
डर है कि बोलने से जज्बात मचल न जाएँ,
मचलते जज्बात पर अंकुश, लगाए नहीं जाते।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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