गणतन्त्र दिवस पर ---
गाँधी का भी योगदान था, माना भारत की आज़ादी में,
लुटा दिया “लाला जी” ने सबकुछ, भारत की आज़ादी में।
जवाहर लाल भी राष्ट्र युद्ध में, माना सबके साथ रहे,
सबसे ज्यादा लाभ कमाया , भारत की आजादी में।
सुभाष, भगत औ असफाक को, जो आतंकवादी बतलाते,
अंग्रेजों के तलवे चाटे, लाभ कमाया, भारत की आज़ादी में।
कुर्बान हुए जो वीर देश पर, उनका नामों निशाँ न है,
छाये नेहरू के ही वंशज, भारत की आज़ादी में।
अय्यासी था जिनका मकसद, देश भक्ति पर ध्यान न था,
आज़ादी के पैरोकार बने वह, भारत की आज़ादी में।
बच्चों का चाचा बनकर, जो शिक्षा बच्चों को देता,
सत्ता खातिर पटेल को धोखा, भारत की आज़ादी में।
बार- बार वह रंग बदलता, फूल गुलाब सीने पर रखता,
बाँट दिया भारत को जिसने, भारत की आज़ादी में।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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