क़त्ल का जश्न मनाते दरिंदे देखे अक्सर,
वफादारों के क़त्ल पर वो सियासत नहीं करते,
आज किरदार देखा आम आदमी पार्टी का हमने,
सत्ता की खातिर वफ़ा का क़त्ल किया करते।
झूठ बोला, फिर माफ़ी माँगी, आज आँसू बहाये,
बता दिया सियासत में जज्बात हुआ नहीं करते।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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