सारे देश में भ्रष्टाचार, अब आम हो गया है,
सुरक्षा से खिलवाड़, नेताओं का काम हो गया है।
खाने लगी है बाड़ ही, जब से खेत को,
फसलें उगाना अमन की, हलकान हो गया है।
सुरक्षा से खिलवाड़, नेताओं का काम हो गया है।
खाने लगी है बाड़ ही, जब से खेत को,
फसलें उगाना अमन की, हलकान हो गया है।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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