सोमनाथ ....
सोमनाथ में शिव की महिमा, अजब अनूठी हमने देखी,
जब भी हुए आक्रमण इस पर, भव्यता फिर से बढ़ते देखी ।
खंडन और विखंडन होना, प्रकृति का नियम है,
पुन: -पुन: निर्माण भावना, मानव की उत्कंठा देखी ।
सोमनाथ है तीर्थ अनूठा, सूर्य प्रथम शिव दर्शन करता,
सूर्यास्त पर भी सूर्य को यहाँ, शिव उपासना करते देखी ।।
समुद्र यहाँ पर चरण पखारे, शिव की महिमा गाता है,
अजब अनूठा समाँ यहाँ पर, शिव की छटा निराली देखी ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
सोमनाथ में शिव की महिमा, अजब अनूठी हमने देखी,
जब भी हुए आक्रमण इस पर, भव्यता फिर से बढ़ते देखी ।
खंडन और विखंडन होना, प्रकृति का नियम है,
पुन: -पुन: निर्माण भावना, मानव की उत्कंठा देखी ।
सोमनाथ है तीर्थ अनूठा, सूर्य प्रथम शिव दर्शन करता,
सूर्यास्त पर भी सूर्य को यहाँ, शिव उपासना करते देखी ।।
समुद्र यहाँ पर चरण पखारे, शिव की महिमा गाता है,
अजब अनूठा समाँ यहाँ पर, शिव की छटा निराली देखी ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800
No comments:
Post a Comment