झाँक कर देखो इन आँखों कि गहराई में
आकाश कि ऊंचाई से ज्यादा गहरी हैं
आकाश में उड़ा परिंदा लौट कर आया है
इन आँखों में जो डूबा लौट नहीं पाया है |
डॉ अ कीर्तिवर्धन 8265821800
आकाश कि ऊंचाई से ज्यादा गहरी हैं
आकाश में उड़ा परिंदा लौट कर आया है
इन आँखों में जो डूबा लौट नहीं पाया है |
डॉ अ कीर्तिवर्धन 8265821800
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