Pages

Followers

Sunday, March 3, 2013

हम जिनके ख्यालों में नींद अपनी उडाये हुए हैं,
हमारे ख्यालों से बेखबर वो, नींद के आगोश में समाये हुए हैं
डॉ अ कीर्तिवर्धन
8265821800

No comments:

Post a Comment