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Saturday, June 22, 2013

hansi chehare ko julfon se

हंसी चेहरे को जुल्फों से छिपाया नहीं करते ,
पूनम का चाँद ,अमावस बनाया नहीं करते ।
निकलने दो चाँद को , बादलों की ओट से ,
हुस्न पर यूँ पहरे ,  लगाया नहीं करते ।

डॉ अ कीर्तिवर्धन

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