तुमसे रूबरू होने की हम ख्वाहिश तो रखते हैं ,
मगर तुम्हारे इंतज़ार में आहें नहीं भरते हैं ।
माँगते हैं दुवायें तुम्हारी सलामती की हरवक्त ,
अपने दिले जिगर में तेरी तस्वीर रखते हैं ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
मगर तुम्हारे इंतज़ार में आहें नहीं भरते हैं ।
माँगते हैं दुवायें तुम्हारी सलामती की हरवक्त ,
अपने दिले जिगर में तेरी तस्वीर रखते हैं ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
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